Top best 9 hill station in mathura मथुरा में शीर्ष सर्वश्रेष्ठ 9 हिल स्टेशन

हजारों सुंदर धार्मिक स्मारकों और मंदिरों के साथ, मथुरा आध्यात्मिक अनुभूति के लिए एक बेहद ही प्रसिद्ध स्थान है। भगवान कृष्ण के पवित्र जन्मस्थान के रूप से प्रसिद्ध मथुरा अपनी समृद्ध संस्कृति की वजह से दुनियाभर के यात्रियों को बेहद आकर्षित करता है

हजारों सुंदर धार्मिक स्मारकों और मंदिरों के साथ, मथुरा आध्यात्मिक अनुभूति के लिए एक बेहद ही प्रसिद्ध स्थान है। भगवान कृष्ण के पवित्र जन्मस्थान के रूप से प्रसिद्ध मथुरा अपनी समृद्ध संस्कृति की वजह से दुनियाभर के यात्रियों को बेहद आकर्षित करता है। लेकिन एक और चीज़ है जिसकी वजह से मथुरा लोगों के बीच इतना फेमस है और वो है इसके आसपास के हिल स्टेशन। जिस तरह से गर्मियों में मथुरा में काफी गर्मी रहती है, उस हिसाब से इसके आसपास के स्टेशन आपके काफी काम आ सकते है। साथ ही सर्दियों में घूमने के लिए लिए भी ये जगहें काफी मजेदार हैं


•  कसोल

शिमला के पास सबसेसबसे छोटा हिल स्टेशन कसौल अपने शांत वातावरण के लिए काफी प्रसिद्ध है। बर्फ से ढके पहाड़ों और घने जंगलों के बीच छुट्टियां बिताने के लिए इससे अच्छी जगह आपको कहीं और नहीं मिलने वाली। ये जगह कई लोकप्रिय ट्रैकिंग ट्रेल्स के लिए भी जानी जाती है, यहां आप अपने दोस्तों के साथ प्लान बनाकर 2 से 3 दिन के लिए अपनी एडवेंचर करने की इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं। मथुरा से कसौली की दूरी 477 किमी है

•रानीखेत

रानीखेत का अर्थ है रानी के खेत और यह हरा-भरा हिल स्टेशन मथुरा के पास सबसे लोकप्रिय डेस्टिनेशन में से एक है। प्रकृति प्रेमियों को ये जगह वाकई में बेहद पसंद आने वाली है, क्योंकि यहां की हर एक चीज मंत्रमुग्ध कर देने वाली होती है। एडवेंचर के रूप में आपको यहां तेंदुए भी देखने को मिल सकते हैं। रानीखेत आप अक्टूबर से अप्रैल के बीच घूमने के लिए जा सकते हैं। मथुरा से रानीखेत की दूरी 472 किमी है


• चैल

चैल दुनिया के सबसे ऊंचे क्रिकेट मैदान का घर है, जहां आप खेल प्रेमियों को क्रिकेट खेलते हुए देख सकते हैं। ये जगह न केवल रोमांटिक स्पॉट के रूप में कार्य करती है, बल्कि परफेक्ट फैमिली ट्रिप के लिए भी एकदम बेस्ट है। साधुपुल झील, चैल पैलेस होटल यहां के प्रमुख आकर्षण हैं, जिन्हें आपको जरूर एक्सप्लोर करना चाहिए। मथुरा से चैल की दूरी 525 किमी है


• लैंसडाउन
शांत वातावरण के बीच रहने वाले लोगों के लिए लैंसडाउन भी बेस्ट जगहों से कम नहीं है। शहर के शोर शराबे से दूर आप यहां अपने 3 से 4 आराम से काट सकते हैं। आप शाम के समय अपने प्रियजनों के साथ इत्मीनान से सैर के लिए जा सकते हैं और शहर के सुकून भरे माहौल का आनंद ले सकते हैं। सेंट मैरी चर्च, टिप एन टॉप, तारकेश्वर महादेव मंदिर यहां के प्रमुख आकर्षणों को देखना न भूलें। मथुरा से लैंसडाउन की दूरी 387 किमी है


• बिनसर 

बिनसर को वन्यजीव अभयारण्य के घर के रूप में जाना जाता है, जिसमें हिमालय के बेहतरीन दृश्य और इसकी प्राकृतिक सुंदरता के साथ वनस्पतियों और जीवों का एक खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है। बिनसर रोमांचकारी वन्य जीवन के साथ मथुरा के पास प्रसिद्ध हिल स्टेशनों में से एक है। जीरो पॉइंट, कसार देवी मंदिर, बिनसर वन्यजीव अभयारण्य यहां के प्रमुख आकर्षण हैं



6.राधा कुंड मथुरा का धार्मिक स्थल



राघा कुंड मथुरा का एक बहुत ही प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है जिसको भारत में वैष्णवों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थान माना जाता है। यह शहर मथुरा के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों में से एक हैं। राधा कुंड का इतिहास राधा और कृष्ण के दिनों का है जो उनके प्रेम के बारे में बताता है। यहाँ पर हर साल हजारों पर्यटक घूमने के लिए आते हैं।

7.मथुरा के पर्यटन स्थल कंस किला 

कंश किला मथुरा में स्थित एक बहुत प्राचीन किला है, जो भगवान कृष्ण के मामा को कंस समर्पित है। यह किला एक मथुरा का एक बहुत ही लोकप्रिय पर्यटक स्थल है इस किले का निर्माण अकबर के नवरत्नों में से एक राजा मानसिंह प्रथम ने करवाया था। यमुना नदी के किनारे स्थित यह किला एक अद्वितीय हिंदू और मुगल शैली की वास्तुकला का अनूठा नमूना है। बता दें कि किला लापरवाही की वजह आज जीर्ण-शीर्ण हो चुका है लेकिन आज भी यह किला मथुरा आने वाले पर्यटकों को रोमांचित करता है।

8.कुसुम सरोवर मथुरा में घुमने की जगह

 कुसुम सरोवर मथुरा में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली जगहों में से एक हैं जो गोवर्धन और राधा कुंड के बीच स्थित है। बता दें कि सरोवर एक सुंदर जलाशय है जिसका निर्माण राजसी बलुआ पत्थर से किया गया है। इसके जलाशय में सीढ़ियां लगी हुई है जिसका इस्तेमाल तालाब में उतरने के लिए किया जा सकता है। मथुरा आने वाले पर्यटक कुसुम सरोवर में तैराकी और डुबकी भी लगाते हैं। इस सरोवर के पास कई मंदिर भी है जो मथुरा यात्रा के समय देखे जा सकते हैं


9.मथुरा के दर्शनीय स्थल रंगजी मंदिर मथुरा 

रंगजी मंदिर वृंदावन में मथुरा मार्ग पर स्थित है। यह मंदिर भगवान श्री गोदा रणगामणार को समर्पित है जो कि भगवान विष्णु के एक अवतार है। रंगजी मंदिर की वास्तुशिल्प दक्षिण भारतीय पैटर्न का पालन करता है। लेकिन इसका बाहरी डिजाइन उत्तर भारतीय पैटर्न का है


मथुरा जाने का सबसे सुहाना मौसम 

जो भी लोग मथुरा जानने की योजना बना रहे हैं और यह जानना चाहते हैं कि मथुरा जाने का सबसे अच्छा समय कौनसा है तो बता दें कि यहां आप अक्टूबर से मार्च के महीनों में जा सकते हैं। इन महीनों में मथुरा का मौसम सुहावना होता है। हालाँकि होली के समय और जन्माष्टमी, कृष्ण के जन्मदिन पर यहां उत्सव मनाया जाता है। अगर आप इन उत्सव में शामिल होना चाहते हैं तो होली और जन्माष्टमी का समय एक खास अनुभव करने के लिए मथुरा जाना बहुत अच्छा है


मथुरा कैसे पहुंचे

वायुयान द्वारा - अगर आप हवाई या वायु मार्ग से मथुरा की यात्रा करने का विचार बना रहे हैं तो बता दें कि मथुरा का निकटतम हवाई अड्डा आगरा में है। हालांकि आगरा के लिए देशभर से बहुत ही कम उड़ाने संचालित होती है। आगरा से मथुरा की दूरी करीब 58 किलोमीटर है जिसमें आपको सडक मार्ग से लगभग 1-2 घंटे का समय लगेगा।  मथुरा का प्रमुख निकटतम इंटरनेशनल हवाई अड्डा दिल्ली में स्थित इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। दिल्ली के लिए पर्यटक किसी भी भारतीय शहर या अंतरराष्ट्रीय शहर से फ्लाइट ले सकते हैं। इसके बाद दिल्ली से मथुरा आप बस, टैक्सी या ट्रेन की मदद से पहुंच सकते हैं


रेल मार्ग द्वारा - मथुरा जंक्शन मध्य और पश्चिम रेलवे का एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है जो देश के प्रमुख शहरों से रेल मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। इसलिए मथुरा जाने वाले पर्यटक दिल्ली, मुंबई, इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, आगरा, वाराणसी, लखनऊ और कोलकाता से ट्रेन पकड़ सकते हैं


सड़क द्वारा - बस से मथुरा के लिए यात्रा करना एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है, बता दें कि आप देश के कई प्रमुख शहरों से मथुरा के लिए सीधी बसों का लाभ उठा सकते हैं


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