बिहार में उपस्थित पहाड़ियों की जानकारी और पूछे जाने वाले प्रश्न Information about the hills present in Bihar and frequently asked questions

 बिहार राज्य के नालंदा जिले के राजगीर नगर के पास स्थित पहाड़ियां हैं. इनमें राजगीर को घेरने वाले पांच पहाड़ों के नाम रत्नगिरी, विपलांचल, वैभगिरी, सोनगिरी और उदयगिरी हैं. विशेष यह कि ये हिंदू, जैन और बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए एक समान महत्वपूर्ण हैं. महाभारत, गौतम बुद्ध, मौर्य साम्राज्य और गुप्त साम्राज्य से सम्बन्धित कई स्थान हैं. भगवान महावीर तथा महात्मा बुद्ध से संबंध के कारण जैन व बौद्ध मतों में इनका महत्व है


1.पांच पहाड़ियों के बीच हरियाली से घिरे और प्राकृतिक दृश्यों भरे हुए क्षेत्र में बसा राजगीर भारत का सबसे पवित्र स्थल माना जाता है. देव नगरी राजगीर भारत के सभी प्रमुख धर्मो की संगमस्थली है. राजगीर न सिर्फ एक प्रसिद्ध धार्मिक तीर्थस्थल है, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य के साथ विविध संस्कृतियां देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करती हैं.


2.राजगीर का इतिहास सदियों पुराना है. राजगीर पांच चट्टानी पहाड़ियों से घिरा है. जिसका जिक्र महाभारत और रामायण में भी मिलता है. राजगीर की पहाडि़यां विश्व में प्रसिद्ध है. राजगीर की पांच पहाड़ियों का नाम विपुलगिरि, रत्‍‌नागिरि, उदयगिरि, स्वर्णगिरि और वैभारगिरि हैं.



3.राजगीर कभी मगध साम्राज्य की राजधानी थी और बाद में मौर्य साम्राज्य का उदय हुआ. राजगीर बह्मा की पवित्र यज्ञ भूमि, संस्कृति और वैभव का केंद्र, जैन तीर्थकर महावीर और भगवान बुद्ध की साधनाभूमि रही है. इसका जिक्र ऋग्वेद, अथर्ववेद, तैत्तीरीय पुराण, वायु पुराण, महाभारत, वाल्मीकि रामायण आदि में आता है.


4.पटना से लगभग 107 किमी और नालंदा से 19 किमी दूर राजगीर हिन्दू, जैन और बौद्ध तीनों धर्मो के धार्मिक स्थल हैं. जैनग्रंथ विविध तीर्थकल्प के अनुसार राजगीर जरासंध, श्रेणिक, बिम्बसार, कनिक आदि प्रसिद्ध शासकों का निवास स्थान था. जरासंध ने यहीं श्रीकृष्ण को हराकर मथुरा से द्वारिका जाने को विवश किया था.


5.बौद्ध धर्म से राजगीर का बहुत प्राचीन संबंध है. बुद्ध न सिर्फ कई वर्षो तक यहां ठहरे थे, बल्कि कई महत्वपूर्ण उपदेश भी राजगीर की धरती पर दिए थे. बुद्ध के उपदेशों को यहीं लिपिबद्ध किया गया गया था और पहली बौद्ध संगीति भी यहीं हुई थी.



6.भगवान महावीर ने अपना प्रथम प्रवचन राजगीर के विपुलागिरि नामक स्थान पर प्रारंभ किया था. राजगीर शांति और सौहार्द का स्तंभ है जो आज भी प्राचीनकाल के अवशेष से भरा पड़ा है. पहाड़ों की प्राकृतिक सौंदर्य और हरे-भरे जंगलों के मनोरम दृश्यों को देखने पर्यटक देश-विदेश से आते हैं.


7 प्रागबोधी एक पवित्र स्थान है जिसे धुंगेश्वर के नाम से भी जाना जाता है। किरियामा गांव के पास स्थित, प्रागबोधी बिहार में सबसे अधिक देखी जाने वाली जगह है। ऐसा कहा जाता है कि यह एक ऐसा स्थान है जहां भगवान बुद्ध ज्ञान प्राप्त करने से पहले यहां रुके थे। यह वह जगह है जहाँ आप पहाड़ी के ऊपर कई प्राचीन स्तूप देख सकते हैं। गया शहर प्रागबोधी से देखने पर बेहद ही खूबसूरत लगता है।



8.गुरपा चोटी, गुरपा नाम के एक गांव के पास स्थित है, जिसे एक पवित्र पर्वत शिखर माना जाता है। ये जगह ध्यान करने के लिए भी बेस्ट है। आप गुरपा चोटी पर हिंदू और बौद्ध अवशेषों के कुछ ऐतिहासिक मंदिर देख सकते हैं। इस स्थान का इसलिए भी ऐतिहासिक महत्व है, ऐसा कहा जाता है कि भगवान बुद्ध के उत्तराधिकारी महा कश्यप ने पहाड़ी पर ध्यान लगाया था। माना जाता है कि महा कश्यप अभी भी बुद्ध के आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यह स्थान अब एक तीर्थ स्थल के रूप में विकसित हो गया है, जहाँ आप जा सकते हैं और ध्यान कर सकते हैं।


9.रामशिला हिल बिहार के गया जिले में रामशिला हिल्स बसा है, जो शहर की सबसे प्रसिद्ध पहाड़ियों में से एक है। इस पहाड़ी पर एक प्राचीन मंदिर स्थित है, जिसका नाम रामेश्वर मंदिर है, इसका निर्माण 1014 ईस्वी में हुआ था। मंदिर के सामने बने मंडप में पितृपक्ष के समय पितरों को पिंड चढ़ाते हैं। मान्यता है कि इस मंदिर में भगवान श्रीराम ने पिंड चढ़ाया था।


10.ब्रह्माजुनी हिल बिहार में ब्रह्म जुनी हिल है, जो ऐतिहासिक मंदिरों से घिरा है। इस पहाड़ी पर हरे भरे घास के मैदान और विष्णुपद मंदिर का नजारा देखने को मिलता है। यहां कुछ ऐतिहासिक गुफाओं को देख सकते हैं। इन गुफाओं में पत्थर की दीवारों पर आकर्षक नक्काशी उकेरी गई है। मान्यता है कि इन गुफाओं में ही बुद्ध ने 1000 पुजारियों को अग्नि उपदेश दिया था। वहीं यहां विष्णुपद मंदिर स्थित है, कहा जाता है कि भगवान विष्णु के पैरों के निशान पर बना है।


11.पटनाः बिहार में 5 पहाड़ी इलाके ऐसे हैं, जिनके बारे में शायद आपने पहले कभी नहीं सुना होगा। यह 5 हिल स्टेशन ब्रह्मजुनी हिल, रामशिला हिल, प्रेतशिला हिल, प्रेतशिला हिल, प्रागबोधि और गुरपा पीक हैं, जहां का वातावरण शांत और खूबसूरत है। इन जगहों की खासियत के बारे में हम आपको आगे बताने जा रहे हैं।


Ask questions 

1.बिहार का सामान्य ज्ञान कितना है?

बिहार, पूर्वी भारत में स्थित है, जिसका क्षेत्रफल 94,163 वर्ग किलोमीटर है और इसकी आबादी 100 मिलियन से अधिक है, जो इसे तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला राज्य बनाती है। इसकी सीमा पश्चिम में उत्तर प्रदेश, उत्तर में नेपाल, पूर्व में पश्चिम बंगाल और दक्षिण में झारखंड से लगती है।


2.बिहार के उत्तर पश्चिम कोण में क्या है?

बिहार के उत्तर में नेपाल, दक्षिण में झारखण्ड, पूर्व में पश्चिम बंगाल, और पश्चिम में उत्तर प्रदेश स्थित है।


3.बिहार का जनक कौन है?

हर्यक वंश- बिम्बिसार ने हर्यक वंश की स्थापना ५४४ ई. पू. में की। इसके साथ ही राजनीतिक शक्‍ति के रूप में बिहार का सर्वप्रथम उदय हुआ।


4.बिहार का पुराना नाम कौन है?

तब भी 'बिहार' की उत्पति नहीं हुई थी। इसे 'मगध' और 'पाटलिपुत्र' के नाम से जाना गया। तब मगध साम्राज्य की राजधानी राजगृह (आधुनिक नालंदा जिले का राजगीर) हुआ करती थी। बाद में हर्यक वंश के शासक अजातशत्रु (492-460 ईसा पूर्व) ने अपनी राजधानी राजगृह से पाटलिपुत्र में स्थापित की।19 May 2024


5.बिहार की प्रथम राजभाषा कौन सी है?

हिंदी बिहार की आधिकारिक भाषा है और उर्दू अतिरिक्त आधिकारिक भाषा है।


6.बिहार की खोज कब हुई?

बिहार की स्थापना 22 मार्च 1912 को हुई थी। इस दिन अंग्रेजों ने 1912 में बंगाल से राज्य को अलग कर दिया था। इसे 26 जनवरी 1950 को राज्य का दर्जा दिया गया था। 15 नवंबर 2000 को, दक्षिणी बिहार को झारखंड का नया राज्य बनाने का हवाला दिया गया था।


7.बिहार के सबसे ऊंची चोटी

सोमेश्वर किला बिहार की सबसे ऊंची चोटी है। यहपश्चिम चंपारण जिले में स्थित है। इसकी ऊंचाई 874 मीटर (2,867 फीट) है।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.