छत्तीसगढ़ राज्य के कोरबा शहर को बिजली शहर के नाम से भी जाना जाता है, यह अनोखा पिकनिक स्पॉट और मंदिर, मस्जिद हैं इस जगह पर आप अपने परिवार वालों दोस्तो के साथ आकर इस स्थान का भरपूर आनंद ले सकते हैं इस स्थान पर आदिवासियों की बहुत बड़ी आबादी को संभाले हुए है। यह शहर हसदो नदी तथा अहिरन नदी के संगम के तट पर स्थित है। इस शहर की सुन्दरता देखने लायक है जहां पर हरे-भरे जंगल, घुमावदार नदियां, सुकुन देते झरने, अद्भुत पठार आदि नजारे आंखों को ठंडक पहुंचाते हैं। कोरबा आज भी आदिवासियों की समृद्ध संस्कृतिका गढ़ है। कोरबा नगर खनिजों के भरपुर भंडार के लिए अत्यंत प्रसिद्ध है, जहां विदेशी पौधों तथा जानवरों की विविध प्रजातियां देखने को मिलती है।
कोरबा जिला को 25 मई सन 1998 में प्रभावी पूर्ण राजस्व जिले का दर्जा प्राप्त हुआ जिसका मुख्यालय कोरबा शहर में है, जो कि हसदेव और अहिरन नदी के संगम के किनारे स्थित है। कोरबा छत्तीसगढ़ की ऊर्जाधानी भी है । कोरबा जिला बिलासपुर संभाग के अंतर्गत आता है। कोरबा जिला मुख्यालय राजधानी रायपुर से लगभग 200 किलोमीटर दुरी पर स्थित है।
परिचय - कोरबा नवगठित जिला है जो की छत्तीसगढ़ की ऊर्जाधानी के नाम से प्रसिद्ध भी है। कोरबा जिला, बिलासपुर संभाग के अंतर्गत आता है,यहाँ मुख्य रूप से संरक्षित आदिवासी जनजाति कोरवा (पहाडी कोरवा) निवास करते हैं। कोरबा जिला चारों ओर से हरे भरे वनो से लाभान्वित हैं , यहाँ आदिवासियों की एक बड़ी जनसंख्या पायी जाती हैं। यहां के आदिवासी वन क्षेत्र में पर्यावरण के साथ रहना पसंद करते हैं जिसके कारण उन्होंने अपनी विशिष्ट सांस्कृतिक विशेषताओं और पारंपरिक प्रथाओं को बरकरार रखा है घने जंगलों और पहाड़ों से घिरा हुआ है
जलवायु - कोरबा जिला गर्म शीतोष्ण जलवायु क्षेत्र के अंतर्गत आता है जिसके कारण जिले में बहुत गर्मी और सूखा रहता है। गर्मी का मौसम अप्रैल से मध्य जून तक शुरू होता है, दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण यहाँ बरसात का मौसम जून के मध्य से सितंबर के अंत रहता है। जिले में औसत वर्षा 1506.7 मिमी है, और सामान्य वर्षा 1287.6 मिमी है।
नदी और वन - कोरबा जिले के मुख्य नदी हसदेव है ,जो कोरबा जिले के मध्य से बहती है, जिसका उद्गम छोटा नागपुर की घाटी से है। इस नदी की कुल लंबाई 233 कि.मी. है इसकी सहायक नदियां गेजकोराई, टैन और अहिरन हैं
कोरबा के सामाजिक और वित्तीय संरचना में वनो की महत्वपूर्ण भूमिका हैं। यह जिला वनो उपज में पूरी तरह समृद्ध है, वन विभाग की दो मण्डल कोरबा और कटघोरा कोरबा जिले के अंतर्गत आते हैं।
निवास - कोरबा जिले में विभिन्न धार्मिक,सामाजिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के लोग निवास करते हैं। यहाँ की मुख्य निवासी आदिवासी हैं जो की कुल जनसंख्या आबादी का 51.67% है। कोरबा जिले में मुख्य अनुसूचित जनजातियां निम्नलिखित है जैसे :- पहाडी कोरवा, गोंड, राज गोंड, कवर, भैयाना, बिन्जवार, धनुहर आदि हैं। अनुसूचित जाति के अंतर्गत- सतीनाम, गंगा, पंक आदि आते हैं। इस जिले का मुख्य व्यवसाय कृषि है एवं स्थानीय भाषा छत्तीसगढ़ी है। सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता के कारण कोरबा जिले की संस्कृति बहुत प्रसिद्ध है। इस जिले के लोग मुख्य रूप से होली, दशहरा, क्रिसमस और दिवाली त्यौहार मनाते हैं। यहाँ मुख्य आदिवासी त्योहारों में देव उथनी, पोला, छेरछेरा, करमा,हरेली आदि त्यौहार अच्छे से मनाये जाते हैं। यहाँ के आदिवासियों द्वारा रावत नाचा,करमा नाचा,सुवा नाचा इत्यादि आदिवासी नृत्य को हर्षोउल्लास के
कोरबा कैसे पहुंचें
वायु मार्ग द्वारा - वायु मार्ग द्वारा कोरबा जाने के लिए सबसे निकटतम एयरपोर्ट, स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा है। कोरबा रेलवे स्टेशन द्वारा भी कोरबा पहुंचा जा सकता है तथा बस सेवा इस्तेमाल करते हुए भी कोरबा का दौरा कर सकते हैं
ट्रेन द्वारा - कोरबा का अपना रेलवे स्टेशन है। इस स्टेशन से प्रमुख शहरों और राज्यों के लिए नियमित ट्रेनें उपलब्ध हैं। कोरबा स्टेशन हावड़ा-नागपुर-मुंबई लाइन के चंपा-गेवरा रोड पर स्थित है
कोरबा में कहाँ ठहरें?
कोरबा शहर में बहुत सारे दो सितारा और तीन सितारा होटल उपलब्ध हैं। ये होटल यहां आने वाले पर्यटकों के आवास के लिए उपयोगी हैं। चूंकि कोरबा शहर में और इसके आसपास बहुत सारे पर्यटन स्थल हैं, इसलिए शहर की यात्रा और भ्रमण में एक दिन से अधिक समय लगता है। ऐसे मामलों में, पर्यटक विभिन्न दर्शनीय स्थलों की यात्रा करने और शहर का भ्रमण करने के लिए एक या दो दिन या एक सप्ताह के लिए होटलों में रुकते हैं। यहां पर्यटकों की सुविधा के अनुसार कई बजट होटल भी उपलब्ध हैं। ये होटल मेहमानों को किफायती दरों पर सभी आवश्यक कमरे और खानपान सेवाएं प्रदान करते हैं। इनमें से अधिकांश होटल पर्यटकों की सुविधा के लिए स्टेशन या हवाई अड्डे के पास स्थित हैं। कोरबा के कुछ लोकप्रिय होटलों में होटल सेंटर पॉइंट और ब्लू डायमंड होटल शामिल हैं।
कोरबा घूमने का समय - कोरबा की यात्रा करने के लिए सबसे उत्तम समय अक्टूबर से मार्च तक का होता है।
निष्कर्ष - इस ऑर्टिकल के माध्यम से हम आप तक एक बहुत ख़ूबसूरत और अद्भुत कोरबा शहर के बारे में पूरी जानकारी देना चाहते हैं इस ब्लॉग में कोरबा का परिचय, जल वायु, नदी वन,निवास, कोरबा कैसे पहुंचें, कहा ठहरे आदि के साथ आपको कोरबा शहर से जोड़ती है