दोस्तो ग्वालियर घूमने के लिए best ऑप्शन में से एक है यह अनोखा मंदिर, पर्यटन स्थल,जलप्रपात, ऐतिहासिक स्थल, आप इस जगह पर अपने परिवार, दोस्तो, रिश्तेदारों के साथ घूमने के लिए जा सकते है बहुत लोगो को पुरानी चीजे देखने का बहुत शौक रहता है और फोटो ग्राफी का भी बहुत शौक रहता है आपको यहां घूम कर आनंद तो आएगा ही साथ ही साथ आपके साथ आपको अपने फैमिली के साथ कनेक्ट रहने का सुनहरा मौका मिलता है
1. ग्वालियर का मशहूर गुजरी महल – ग्वालियर में देखने वाला स्थानो में शामिल गुजरी महल मान सिंह द्वारा अपनी सबसे प्रिय पत्नी मृगनयनी के लिए 15वीं शताब्दी के दौरान बनबाया गया था। यह महल अब खंडरों में तब्दील होता जा रहा हैं। महल में एक पुरातात्विक संग्रहालय भी बना हुआ है
2. ग्वालियर के मंदिर सास बहू मंदिर - ग्वालियर के प्रसिद्ध सास बहु मंदिर का निर्माण 9वीं शताब्दी में किया गया था। ग्वालियर का सास बहु मंदिर यहा आने वाले पर्यटकों और भक्तो को बहुत अधिक आकर्षित करता हैं। मंदिर के नाम सास-बहू का अभिप्राय भगवान विष्णु के एक अन्य नाम शास्त्री बहू का संक्षिप्त रूप है
3. ग्वालियर पर्यटन में फेमस सिंधिया संग्रहालय-ग्वालियर का यह खूबसूरत सिंधिया संग्रहालय जीवाजी राव सिंधिया को समर्पित हैं। यह संग्रहालय मध्य-प्रदेश के सबसे प्रमुख संग्रहालयों में से एक हैं। इसका निर्माण सन 1964 में किया गया था। यह संग्रहालय पांडुलिपियों, सिक्कों, चित्रों, हथियारों, मूर्तियों आदि के संग्रह के लिए प्रसिद्ध है
4.मोहम्मद गौस का मकबरा – ग्वालियर में स्थित 16वीं शताब्दी के दौरान का यह मकबरा राजकुमार मोहम्मद गौस सुफी की कब्र अब हजीरा शहर में स्थित है। इस मकबरे में आश्चर्यजनक मुगल वास्तुकला की झलक देखने को मिलती हैं। यह स्थान हिन्दुओं और मुसलमानों के लिए सामान रूप से पावन स्थान माना गया हैं
5.ग्वालियर का चिड़ियाघर – ग्वालियर शहर समृद्ध विरासत वाला शहर एक आकर्षित और रोमांचक गतिविधियों से भी भरा हुआ है। सन 1922 में शाही परिवार के मधाओ राव सिंधिया द्वारा स्थापित किया गया गांधी चिड़ियाघर यहां का एक खूबसूरत जू हैं। यह स्थान वास्तव में फूल बाग के नाम से भी जाना जाता हैं। इस बाग में कई प्रजातियों के सांभर, चित्तीदार हिरण, काले हिरन, बाइसन, लकड़ बग्घा और सफेद बाघ देखने है
6. सूर्य मंदिर – ग्वालियर के दर्शनीय स्थलों में शामिल यहां का सूर्य मंदिर भगवान सूर्य देव को समर्पित हैं। सूर्य मंदिर ग्वालियर के सबसे शानदार मंदिरों में से एक है और साथ ही साथ इस मंदिर में शानदार वास्तुशिल्प है जो आश्चर्यचकित कर देती हैं। सूर्य मंदिर का निर्माण वर्ष 1988 के दौरान एक प्रसिद्ध उद्योगपति जीडी बिड़ला के द्वारा करबाया गया था। सूर्य मंदिर में आने वाले पर्यटकों की लम्बी कतार वर्ष भर लगी रहती हैं।
7. ग्वालियर जिले के पर्यटन - ग्वालियर से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर पदावली कई प्राचीन मंदिरों से युक्त एक शानदार किला है। मंदिरों में जटिल नक्काशीयां देखने को मिलती है और इसके अलावा मंदिर में कामुक नक्काशी भी देखी जा सकती है। इसलिए ग्वालियर के इस स्थान को मिनी खजुराहो के नाम से भी जाना जाता हैं
8. ग्वालियर में स्थित सूरज कुंड – ग्वालियर के आकर्षण पर्यटक स्थल सूरजकुंड का निर्माण 10वीं शताब्दी के दौरान तोमर राजवंश के शासक सूरज पाल ने किया था। सूरज पाल खुद एक सूर्य उपासक भी थे और इसलिए तटबंध के पश्चिमी क्षेत्र में सूर्य मंदिर बनबाया गया था। सूरजकुंड ग्वालियर किले में स्थित एक टैंक हैं।
9. तिघरा बांध - ग्वालियर में घूमने के स्थानों में तिघरा बांध शहर से थोड़ी दूरी पर बना है।
यहां के स्थानीय और दूर से आने वाले पर्यटकों के लिए यह बांध एक शानदार पिकनिक स्पार्ट हैं। बारिश के मौसम में डैम देखने के लिए यहां दूर-दूर से पर्यटक आते है।