सावन महीने में घूमने का अपना ही मजा है। प्रकृति जहां हर ओर मुस्कुराती हुई दिखती है। वहीं भक्ति का भी अनूठा संगम देखने को मिलता है। तो शिव का महीना कहलाने वाले सावन में अगर आप भी कोई ट्रिप प्लान करना चाहते हैं और जगह समझ नहीं आ रही है, तो हम आपको ऐसी कुछ जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। आप श्रावण के किसी भी लोकप्रिय स्थल पर जाकर शिव का आशीर्वाद ले सकते हैं, जिन्हें शंकर, त्रिपुरारी, भोलेनाथ, महेश, नटराज, केदार, शंभू आदि हजारों नामों से जाना जाता है।
मैनपाट
मैनपाट को 'छोटा तिब्बत' भी कहा जाता है समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 1100 मीटर है। मैनपाट में कई जलप्रपात और जंगल स्थित हैं। अगर आप सावन महीने में ट्रेकिंग का आनंद उठाना चाहते हैं तो मैनपाट जरूर जाएं। वीकेंड हॉलिडे मनाने के लिए मैनपाट परफेक्ट डेस्टिनेशन है।
गाड़िया पर्वत
छत्तीसगढ़ राज्य के कांकेर जिले में स्थित है। पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र दूध नदी है, जो पहाड़ के नीचे बहती है। काफी संख्या में पर्यटक बरसात के दिनों में गाड़िया पर्वत घूमने आते हैं।
चिरमिरी
चिरमिरी को छत्तीसगढ़ का स्वर्ग कहा जाता है। यह पर्यटन स्थल कोरिया जिले में स्थित है। चिरमिरी अपनी प्राकृतिक खूबसूरती, पुराने मंदिर और कोयला की खानों के लिए प्रसिद्ध है। चिरमिरी में सालों भर मौसम बेहद सुहाना और खुशनुमा रहता है।
अंबिकापुर
सरगुजा जिले में स्थित अंबिकापुर घने जंगल और धारदार या नुकीले हिल्स के लिए जाना जाता है। अगर आप सिटी लाइफ स्टाइल से ऊब चुके हैं, तो वीकेंड हॉलिडे के लिए अंबिकापुर जरूर जाएं। अंबिकापुर में तमोर पिंगला अभ्यारण्य और सेमरसोत वन्यजीव अभ्यारण स्थित हैं। हर साल काफी संख्या में पर्यटक अभ्यारण्य घूमने आते हैं
श्रीगुरुद्वारा साहिब जी
छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में ही गुरुद्वारा गुरु गोविंद सिंह जी है. यह गोविंद सिंह के आवास के रूप में मान्यता प्राप्त है. यह धार्मिक स्थल सदस्यों के बीच बहुत प्रसिद्ध है और यहां धार्मिक आयोजन आयोजित किए जाते हैं. इसके अलावा यहां कोठुम जलप्रपात है यह औरंगाबाद से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहां एक विशाल जलप्रपात है जिसे घने जंगलों में घिरा हुआ है. वहीं जलप्रपात, तिरथगढ़ भी घूमने के लिए जगह है. जहां आप सावन के महीने में घूम सकते हैं.
भिलाई
सावन का महीन चल रहा है. ऐसे में अगर आप इस महीने में घूमना पसंद करते हैं तो छत्तीसगढ़ जरूर जाएं. क्योंकि आपको यहां घूमने के लिए बहुत सारी जगहें मिल जाएंगी. इन्ही जगहों में से एक है भिलाई नगर. यह छत्तीसगढ़ का एक उद्योगिक शहर है और यहां आप मारकंडेय देवी मंदिर घूम सकते हैं. यह मंदिर भिलाई नगर के पास स्थित है और भगवान मारकंडेय को समर्पित है. यहां आप पूजा कर सकते हैं और आध्यात्मिक आत्मर्पण कर सकते हैं. इसके अलावा आप गंगावर तालाब का सैर कर सकते हैं. यह तालाब भिलाई नगर के पास स्थित है और यहां आप शांतिपूर्ण वातावरण में घूमने का आनंद ले सकते हैं. यहां आप चिड़ियों की आवाज़ सुन सकते हैं और प्रकृति के निकटता में समय बिता सकते हैं. सबसे खास यहां श्री शिव मंदिर है. सावन के महीने में इस मंदिर का दर्शन करने से शुभ सामाचार मिलता है. यह मंदिर भिलाई नगर के पास स्थित है और श्रद्धालु लोग यहां शिव पूजा करते हैं. यहां आपको धार्मिक वातावरण में घूमने का अवसर मिलता है.
भोजपुर मंदिर
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से कुछ दूरी पर स्थित भोजपुर मंदिर भी भगवान शिव के प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिरों में से एक है। प्राचीन काल में बने इस मंदिर में मौजूद शिवलिंग को सबसे विशाल शिवलिंग का दर्जा मिला हुआ है। ऐसा माना जाता है कि यह मंदिर एक रात में बनकर तैयार हुआ था।
वाराणसी
भोलेनाथ कि नगरी कही जाने वाली वाराणसी में सावन के महीने में श्रद्धालुओं की भीड़ इकठ्ठा होती है..भगवान शिव के खास दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालु यहां पैदल यात्रा करके भी पहुंचते हैं..बनारस में काशी विश्वनाथ मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। दर्शन करने जाएं तो गंगा आरती देखना ना भूलें।
उज्जैन
शिप्रा नदी के तट पर बसे उज्जैन शहर में सावन के महीने में गजब भीड़ उमड़ती है।
उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर भगवन शिव का मशहूर मंदिर है। सावन में महाकालेश्वर के दर्शन करना अच्छा माना जाता है। सावन के महीने में मौसम भी घूमने लायक होता है।