पुष्कर की हिल स्टेशन Hill Station of Pushkar

विद्वानों के अनुसार पुष्कर का अर्थ है ऐसा तालाब जिसका निर्माण फूल से हुआ। पद्म पुराण के अनुसार पुष्कर झील का निर्माण उस समय हुआ जब यज्ञ के स्थान को सुनिश्चित करते समय ब्रह्मा जी के हाथ से कमल का फूल पृथ्वी पर गिर पड़ा। इससे पानी की तीन बूदें पृथ्वी पर गिर गयी, जिसमें एक बूंद पुष्कर में गिर गयी। इसी बूंद से पुष्कर झील का निर्माण हुआ।

मान महल

आमेर (जयपुर) के महाराजा मानसिंह प्रथम द्वारा बनवाया गया यह महल, पवित्र पुष्कर झील के पूर्वी भाग पर स्थित है। यह महल, राजस्थानी राजसी वास्तुकला से सुसज्जित है तथा यहाँ से किनारे पर सरोवर झील और चारों तरफ मंदिरों का मनोहारी दृश्य दिखाई देता है। वर्तमान में यह महल, राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अधीन है, जिसमें सरोवर नाम से होटल संचालित किया जा रहा है।


पुष्कर घाट 

पुष्कर में पाए जाने वाले विशाल घाटों में से, वराह घाट एक खूबसूरत जगह है जो शाम की महिमा और झील के शानदार दृश्यों के लिए जाना जाता है। यहां हर रात आयोजित होने वाली आरती समारोह पर्यटकों के बीच बेहद प्रसिद्ध है। इस घाट पर आप शांति से बैठकर खाने का मजा ले सकते हैं या फिर सुकून से झील पर पड़ती सूर्यास्त की रोशनी को निहार सकते हैं। घाट के किनारे कई फूड स्टॉल और हस्तशिल्प और राजस्थानी कलाकृतियों की दुकाने हैं, जहां से आप खरीदारी कर सकते हैं। अगर आप सूर्यास्त का सबसे शानदार चेहरा देखना चाहते हैं तो यहां एक बार जरूर आए।


पुष्कर सरोवर

तीर्थराज’ के नाम से प्रसिद्ध पुष्कर सरोवर, सभी तीर्थस्थलों का राजा कहलाता हैं। इस सरोवर में डुबकी लगाने पर तीर्थयात्रा सम्पन्न मानी जाती है, ऐसी मान्यता है। अर्द्ध गोलाकार रूप में लगभग 9-10 मीटर गहरी यह झील 500 से अधिक मंदिरों और 52 घाटों से घिरी हुई है। राजस्थान आने वाला प्रत्येक देशी व विदेशी पर्यटक, पुष्कर घूमने और ब्रह्मा जी के दर्शन करने जरूर आता है।

मेड़ता सिटी

पुष्कर से लगभग 61 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मेड़ता सिटी एक बहुत ही प्राचीन शहर है। मीराबाई इस स्थान से संबंधित थीं। चारुजा मंदिर जो शहर के मध्य में स्थित है मेड़ता का एक प्रमुख और आकर्षित पर्यटक स्थल हैं। इस मंदिर ने राजपूतों, मराठों और मुगलों शासको के शासन को देखा हैं। मुगल शासक औरंगजेब ने शिव मंदिर के खंडहर पर एक मस्जिद का निर्माण करबाया था जोकि यहां का एक और प्रसिद्ध आकर्षण है।


भारत का सबसे बड़ा ऊंट मेलाः 

भारत का सबसे बड़ा ऊंट मेलाः पुष्कर मेला कार्तिक शुक्ल एकादशी से पूर्णिमा तक लगता है, जिसमें बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं. लोग इस मेले को श्रद्धा, आस्था और विश्वास का प्रतीक मानते हैं. पुष्कर मेला मरुधरा का एक लोकप्रिय व रंगों से भरा मेला है. मेले का एक रोचक अंग ऊंटों का क्रय-विक्रय है. यहां प्रतिवर्ष 25000 से भी अधिक ऊंटों का व्यापार होता है. मेले के समय पुष्कर में कई संस्कृतियों का मिलन देखने को मिलता है. एक तरफ तो विदेशी सैलानी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं, तो दूसरी तरफ राजस्थान व आसपास के आदिवासी और ग्रामीण अपने पशुओं के साथ शिरकत करते हैं.


पुष्कर मनोरंजन स्थान है 

दिलचस्प ऊंट सौंदर्य प्रतियोगिता , सजे-धजे ऊंट का नृत्य, मटकीफोड़, लम्बी मूंछें और दुल्हन की प्रतियोगिताएं पर्यटकों का खूब मनोरंजन करती हैं। रात्रि में लोक कलाकारों के सुर-ताल की जुगलबंदी और रंगबिरंगे नृत्यों से पर्यटक आनन्दित होते हैं। अनेक प्रदर्शनियां भी सजाई जाती हैं। परेड और  दौड़ को हजारों देशी और विदेशी पर्यटक रुचिपूर्वक देखते हैं। स्मृतियों को संजोने के लिए पर्यटक हर तरफ फ़ोटो खीचते नज़र आते हैं। पर्यटकों के लिए पुष्कर में सरोवर एवं कई मन्दिर भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। अंतर्राष्ट्रीय हॉट एयर बैलून भी प्रबल आकर्षण बन गया है।


रोज गार्डन

पुष्कर में स्थित रोज गार्डन राजस्थान के रेगिस्तान में एक रमणीय और दर्शनीय पर्यटक स्थल है जो पर्यटकों के लिए लोकप्रिय बना हुआ है। इस खूबसूरत गार्डन में कुछ गुलाब की प्रजातियां स्थानीय किसानों द्वारा उगाई जाती हैं और कुछ विभिन्न हिस्सों से बुलाई जाती हैं। पर्यटक यहां पर कई प्रकार के रंगीन और सुगंधित गुलाब को देख सकतें हैं।



नाग पहाड़

राजस्थान के पुष्कर झील और अजमेर के बीच स्थित नाग पहाड़ पुष्कर का दर्शनीय स्थल है। माना जाता है कि इस स्थान पर अगस्त्य मुनि निवास करते थे। यह भी कहा जाता हैं कि नाग कुंड का अस्तित्व नागा प्रहार पर था। नाग पहाड़ को भगवान ब्रह्मा के पुत्र वातु का निवास स्थान भी माना जाता हैं जोकि शरारत करने के लिए च्यवन ऋषि द्वारा दंडित किए जाने के बाद इस पहाड़ी पर रुके थे। यह स्थान पर आकर्षण और धार्मिक महत्व को बहुत खूबसूरती के साथ देखा जा सकता है। नाग पहाड़ी ट्रेकिंग और आध्यात्मिक सैर के लिए भी प्रसिद्ध है।


सराफा बाजार

रास्तों के किनारे पर एक दूसरे के बगल में खड़ी जेब के आकार की दुकानों के साथ सराफा बाजार पुष्कर में सबसे लोकप्रिय बाजारों में से एक है। जो दुकानदारों, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के बीच भी एक आम पसंदीदा स्थान है। जहाँ बाजार में स्तशिल्प, वस्त्र, चमड़े का सामान, कशी दाकारी कैमल कवर और विभिन्न देवी-देवताओं की रंगीन मूर्तियां उपलब्ध है इसके अलावा राजस्थान की खासियत और लोकप्रिय पत्थर की बनी चूड़ियाँ भी शामिल है।


पुष्कर में कहां रुके

यदि आप पुष्कर शहर और इसके पर्यटक स्थल घूमने के बाद आराम करना चाहते हैं या किस होटल की तलाश में हैं तो हम आपको बता दें की इस खूबसूरत पुष्कर नगरी में आपको लो-बजट से लेकर हाई-बजट तक तक होटल मिल जायेंगे। तो आप आपनी सुविधानुसार होटल ले सकते हैं। हम आपको कुछ होटल्स के नाम नीचे दे रहे हैं इनके अलावा भी यहा होटल मौजूद हैं।


अनंता स्पा एंड रिसॉर्ट्स

वेस्टिन पुष्कर रिज़ॉर्ट और स्पा

होटल राधिका पैलेस

होटल ब्रह्मा होरिजन

होटल प्रेम विलास


पुष्कर कैसे पहुंचे

पुष्कर सड़क, रेल एवं वायुमार्ग से पहुंचा जा सकता है। वायुयान से यहां आने पर आपको जयपुर हवाई अड्डे पर उतरना होगा। वहां से टैक्सी या बस से आप पुष्कर पहुंच सकते हैं। घूंघरा (अजमेर), देवनगर (पुष्कर) इन दोनों स्थानों पर हैलीपैड बने हुए हैं। हैलीकॉप्टर से आने पर आप यहां उतर सकते हैं। यहां का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन अजमेर है।


राजस्थान के विभिन्न भागों से पुष्कर के लिए बस व टैक्सी चलती है। आप इस सुविधा का भी लाभ उठा सकते हैं।

पुष्कर की दूरी जयपुर से 145 किमी., कोटा से 220 किमी.,जोधपुर से 205 किमी., दिल्ली से 415 किमी. है।


पुष्कर जाने का सही समय

सर्दी (अक्टूबर-मार्च): पुष्कर घूमने का सबसे अच्छा समय सर्दियों का मौसम है, जो अक्टूबर से मार्च तक चलता है। दिन चमकीले होते हैं और रातें ठंडी होती हैं। इस दौरान पुष्कर मेला लगता है। खूबसूरत घाटों वाले इस शहर में पर्यटकों की भीड़ देखी जाती है। यह आरामदायक लगता है, तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, इसलिए यह घूमने और सभी रोमांचक जगहों को देखने के लिए बहुत बढ़िया है।


पुष्कर में खाने के अच्छे पकवान

कचौरी

पुष्कर में कचौरी का स्वाद लेने के लिए पवन कचौरी भंडार और कल्पना कचौरी वाला जैसी जगहें अच्छी हैं. कचौरी, दाल, आलू, और मसालों से भरी तली हुई पेस्ट्री होती है. इसे अक्सर इमली और पुदीने की चटनी के साथ परोसा जाता है. 


फ़लाफ़ेल रैप्स

पुष्कर में फ़लाफ़ेल रैप्स भी मिलते हैं. 


लकड़ी के ओवन पिज़्ज़ा

पुष्कर में लकड़ी के ओवन पिज़्ज़ा भी मिलते हैं. 


मालपुआ

पुष्कर में मालपुआ भी मिलते हैं. 


गुलकंद लस्सी

पुष्कर में गुलकंद लस्सी का स्वाद चखा जा सकता है. मावा, दही, और गुलकंद से बनी यह लस्सी काफ़ी मशहूर है. ब्रह्मा मंदिर के पास कुमावत लस्सीवाला में सबसे अच्छी गुलकंद लस्सी मिलती है. 


चाट

पुष्कर में चाट भी मिलती है. 


मखनिया लस्सी

पुष्कर में मखनिया लस्सी भी मिलती है. 


पुष्कर में स्ट्रीट फ़ूड स्टैंड, पुष्क

र झील, ब्रह्मा मंदिर, मार्केट रोड, और जामनी कुंड रोड के पास मिलते हैं. 

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